शहीद भाई की प्रतिमा पर बांधी राखी तो बहनों की आंखें हुई नम

सूरजगढ़ (कृष्ण कुमार गांधी)। भाई-बहन के पवित्र पर्व रक्षाबंधन पर शहीद राजकुमार कुमावत की प्रतिमा पर जब उनकी बहनों मीरा, इंद्रावती, मुन्नी व मीना ने राखी बांधी तो उनकी आंखें भर आई। शहीद राजकुमार कुमावत बीएसएफ में त्रिपुरा में तैनात थे 2 फरवरी 2000 को आतंकियों से मुठभेड़ में देश के लिए शहीद हो गए थे। नम आंखों से बहनों ने अपने शहीद भाई को याद करते हुए बताया कि जब रक्षाबंधन पर भाई को छुट्टी नहीं मिलती तो पत्र लिखकर चारों बहनों को बोल देता की मेरी राखी डाक से भेज देना।

हम उसको डाक से राखी भेजती तो वो बहुत खुश होकर राखी बांधता। अब तो सिर्फ उसकी यादें बाकी रह गई है जब उसकी याद आती है तो बहुत दु:ख होता है लेकिन जब उसकी प्रतिमा पर लोग शीश झुकाते है तो यह सोचकर गर्व से सीना चौड़ा हो जाता है कि हमारा भाई देश के लिए जान देकर हमेशा हमेशा के लिए अमर हो गया। शहीद परिवार की देशभक्ति देखकर गर्व होता है विरांगना मंजू देवी ने अपने इकलौते पुत्र हेमंत को भी देशसेवा के लिए भारतीय सेना में भेज दिया।

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