सरकार को करोड़ों रूपयों का चूना लगाने वाला सुनील चौधरी गिरफ्तार
जयपुर (हिन्द ब्यूरो)। पुलिस आयुक्त जयपुर, आनन्द श्रीवास्तव ने बताया कि जयपुर शहर के विभिन्न उप पंजीयक कार्यालयों में कूट रचित ई-चालान के जरिये विक्रय पत्र पंजीयन करवाकर सरकार को करोड़ों रूपयों की राजस्व हानि पहुचाने के संबंध में दर्ज मुकदमे में विशेष अनुसंधान दल द्वारा अभियुक्त सुनील चौधरी को गिरफ्तार किया गया है।
अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (प्रथम) आयुक्तालय जयपुर अजयपाल लाम्बा ने बताया कि कूट रचित ई-चालान के जरिये विक्रय पत्र पंजीयन होने की जानकारी सब रजिस्ट्रार कार्यालय के अधिकारियों को होने पर उन्होंने विक्रय पत्रों से संबंधित क्रेता पक्षों को नोटिस जारी कर राशि मय 12 प्रतिशत ब्याज के जमा कराने हेतु सूचित किया। चूकि क्रेता पक्षों ने डीड राइटर / ई-मित्र संचालक / स्टाम्प वेंडर द्वारा बनाकर दिये गये ई-चालान की सम्पूर्ण राशि नकद या बैंक ट्रान्सफर के जरिये उपरोक्त डीड राइटर / ई-मित्र संचालक / स्टाम्प वेंडर को अदा कर दी थी, इसलिए क्रेता पक्षों द्वारा स्वयं के साथ हुई धोखाधड़ी की रिपोर्ट थाना बनीपार्क पर दर्ज कराई थी।
दर्ज रिपोर्ट व विभिन्न पीड़ितों द्वारा प्रस्तुत की गई शिकायतों का अवलोकन करने पर डीड राइटर / ई-मित्र संचालकों / स्टाम्प वेंडर व उनके सहयोगियों द्वारा पीडितों से सम्पूर्ण राशि प्राप्त कर फर्जी ई-चालान बनाकर देने व करोड़ों रूपये की धोखाधड़ी करने की घटना सामने आने पर अपराधों की समरूपता के साथ अनुसंधान कर अपराध में संलिप्त व्यक्तियों के विरूद्ध कठोर विधिक कार्यवाही हेतु करन शर्मा आर. पी. एस. अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त (अपराध एवं सतर्कता) आयुक्तालय जयपुर के नेतृत्व में अनुसंधान किया जा रहा है।
अनुसंधान अधिकारी ने उप पंजीयक कार्यालयों, एनआईसी विभिन्न बैंकों व ई-ग्रास / वित्त विभाग से रिकॉर्ड प्राप्त कर कूट रचित ई-ग्रास चालान जीआरएन नंबर तैयार करने वाले अपराधियों को नामजद कर लिया है। प्रकरण सं. 134 / 21 दिनांक 01102021 पुलिस थाना बनीपार्क जयपुर पश्चिम में विशेष अनुसंधान दल के मनीष गुप्ता पु.नि. ने दिनांक 27.06.2022 को सुनील चौधरी पुत्र रामलाल चौधरी जाति जाट उम्र 26 साल निवासी ग्राम जोतड़ावाला, थाना सांग सदर, जयपुर को गिरफ्तार किया गया है।
अब तक के अनुसंधान से उप पंजीयक जयपुर दशम के कार्यालय में 227 दस्तावेजों में, उप पंजीयक जयपुर द्वितीय में 105 दस्तावेजो में, उप पंजीयक पंचम में 135 दस्तावेजो में तथा उप पंजीयक अष्ठम में भी कूट रचित ई-ग्रास चालान का उपयोग हुआ है । इस प्रकार कुल 543 लोगों को पीडित कर उनसे लगभग 10 करोड रूपये की धोखधडी की हैं। विशेष अनुसंधान दल द्वारा अब तक 17 अपराधियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। कूट रचित ई-ग्रास चालान तैयार करने में सम्मिलित इनके अन्य सहयोगियों को तलाश किया जा रहा है।