डीग: जिले में एक संगठित साइबर ठग गिरोह का पर्दाफाश हुआ है, जो ऑनलाइन गेमिंग प्लेटफॉर्म के नाम पर लोगों से करोड़ों रुपए की ठगी कर चुका है. कैथवाड़ा और पहाड़ी थाना पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में गिरोह के 11 सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है. इनमें एक मास्टरमाइंड भी शामिल है, जो अन्य ठगों को फर्जी सिम कार्ड मुहैया कराता था. पुलिस ने आरोपियों के पास से मोबाइल फोन, सिम कार्ड, पैन कार्ड, बाइक और ट्रैक्टर समेत कई आपत्तिजनक सामग्री जब्त की है.

क्रेशर प्लांट के पास हुई दबिश
एसपी के अनुसार, 5 अप्रैल को पुलिस को सूचना मिली कि नांगल ज़ोन के एक बंद पड़े क्रेशर प्लांट के पास कुछ युवक संदिग्ध अवस्था में मौजूद हैं. सूचना के आधार पर पुलिस ने घेराबंदी कर 10 युवकों को गिरफ्तार किया. पूछताछ में उनकी पहचान तौफिक खान, अजरूदीन, सरफराज, हासिद, आबिद, कयूम, सतीश कुमार, शैकुल, आसिफ और एक बाल अपचारी के रूप में हुई.

ठगी का तरीका
आरोपी फर्जी सिम कार्ड का उपयोग कर लोगों को कॉल करते थे और आनलाइन गेम में रजिस्ट्रेशन, विनिंग टीम देने व इनाम राशि डलवाने का लालच देकर ठगी करते थे. पूछताछ में आरोपियों ने कबूला कि उन्होंने ये मोबाइल, बाइक और ट्रैक्टर ठगी के पैसों से खरीदे हैं. पुलिस ने 10 मोबाइल फोन (सहित सिम कार्ड), 3 पैन कार्ड, 3 बाइक और 2 ट्रैक्टर बरामद किए हैं. आरोपियों ने बताया कि उनके साथ आमिर, शकील, अनस, मोहम्मद जैद, मौमिन और नफीस भी गिरोह में शामिल हैं. ये लोग ठगी की राशि को कमीशन पर निकालकर अन्य सदस्यों को देते थे. इस प्रकार गिरोह संगठित रूप में साइबर अपराध को अंजाम देता था.

फर्जी सिम सप्लायर भी गिरफ्तार
थाना पहाड़ी पुलिस ने गिरोह के एक अन्य सदस्य अजरूदीन को भी गिरफ्तार किया है. उसके पास से एक मोबाइल और फर्जी सिम कार्ड बरामद हुआ है. अजरूदीन साइबर ठगों को फर्जी सिम सप्लाई करता था और खुद भी ठगी में शामिल था. उसके मोबाइल से सोमनाथ में होटल बुकिंग के नाम पर हुई एक ठगी का डेटा भी मिला है. पुलिस उससे गहन पूछताछ कर रही है. पुलिस ने आम नागरिकों से अपील की है कि वे अज्ञात नंबरों से आने वाले कॉल्स या संदिग्ध ऑनलाइन ऑफरों से सावधान रहें. यदि किसी को साइबर अपराध से जुड़ी जानकारी मिलती है तो तुरंत नजदीकी थाना या साइबर सेल को सूचना दें.