'2025 में 521 नक्सलियों ने सरेंडर किया, अमित शाह बोले- 2026 तक नक्सलवाद को पूरी तरह खत्म कर देंगे
दंतेवाड़ा । केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शनिवार को दंतेवाड़ा में आयोजित राज्य सरकार के 'बस्तर पंडुम' उत्सव के समापन समारोह में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने कहा कि नक्सली छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र में आदिवासियों के विकास को रोक नहीं पाएंगे। शाह ने नक्सलियों से हथियार डालने का भी आग्रह किया।अमित शाह ने कहा कि जब वे मारे जाते हैं, तो कोई भी खुश नहीं होता। शाह ने दोहराया कि सरकार मार्च 2026 तक नक्सल समस्या को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि जो लोग आत्मसमर्पण करेंगे, वे मुख्यधारा का हिस्सा बन जाएंगे, जबकि बाकी को सुरक्षा बल जवाब देंगे।
शाह बोले- नक्सली के मारे जाने पर कोई खुश नहीं होता
उन्होंने कहा, 'बस्तर में जब गोलियां चलती थीं और बम फटते थे, वे दिन अब खत्म हो गए हैं। मैं नक्सली भाइयों से आग्रह करता हूं कि वे हथियार डालकर मुख्यधारा में शामिल हों। आप हमारे अपने हैं। जब कोई नक्सली मारा जाता है, तो कोई भी खुश नहीं होता। बस अपने हथियार डालकर मुख्यधारा में शामिल हो जाएं। आप हथियार उठाकर अपने आदिवासी भाइयों और बहनों के विकास को नहीं रोक सकते।' शाह ने कहा कि विकास प्रक्रिया का हिस्सा बनने वाले आत्मसमर्पण करने वाले उग्रवादियों को केंद्र और राज्य सरकारों से पूरी सुरक्षा मिलेगी। उन्होंने कहा, 'इस क्षेत्र को विकास की जरूरत है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पांच साल में बस्तर को सबकुछ देना चाहते हैं। बस्तर ने 50 साल में विकास नहीं देखा है। हालांकि, यह तभी हो सकता है जब बच्चे स्कूल जाएं, तहसीलों में स्वास्थ्य सुविधाएं हों। हर किसी के पास आधार कार्ड, राशन कार्ड और स्वास्थ्य बीमा हो।'
3 महीने में 521 का सरेंडर
शाह ने कहा, '2025 में अब तक कुल 521 नक्सलियों ने हथियार डाले हैं, जबकि 2024 में 881 ने आत्मसमर्पण किया है। जिन नक्सलियों ने यह समझ लिया है कि विकास के लिए हथियारों, आईईडी और ग्रेनेड की जरूरत नहीं है, बल्कि कंप्यूटर और कलम की जरूरत है, उन्होंने आत्मसमर्पण कर दिया है।'बस्तर पंडुम महोत्सव की सराहना करते हुए शाह ने कहा कि अगले वर्ष इसे राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि वह राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से अनुरोध करेंगे कि वे उद्घाटन समारोह में शामिल हों और आदिवासी भाइयों और बहनों को आशीर्वाद दें।