समाजसेवी संस्थाओं का अभिनंदन व रैनबसेरा भवन हेतु बैडों का लोकार्पण

रतनगढ़ (नवरतन वर्मा)। समाजसेवी संस्था दी यंग्स वेलफेयर सोसायटी का 35वां स्थापना दिवस मंगलवार सायं शांतिदेवी सोहनलाल भरतिया सामुदायिक भवन में समारोहपूर्वक मनाया गया। शांतिदेवी सोहनलाल भरतिया परिवार रतनगढ़ के सौजन्य से आयोजित कार्यक्रम के मुख्य अतिथि संत निवृत्तिनाथ कृष्णा महाराज थे। कार्यक्रम में नगर की आठ समाजसेवी संस्थाओं का कोरोना काल में उल्लेखनीय जन सेवा के लिए अभिनंदन किया गया ।
इस अवसर पर संत निवृत्तिनाथ महाराज ने कहा कि राष्ट्र की युवा शक्ति को सत्य, शील, साहस, संकल्पशक्ति व सेवा जैसे गुणों से समन्वित होना चाहिए। युवा किताबी ज्ञान के साथ रचनात्मक वृत्ति को अपनाकर जीवन का सर्वोच्च लक्ष्य निर्धारण करें। अपने उद्बोधन में उन्होंने स्वामी विवेकानंद के व्यक्तित्व एवं कृतित्व के विविध प्रसंग सुनाते हुए उनके बताए मार्ग पर चलने का आह्वान किया। इससे पूर्व दीप प्रज्वलन एवं पुष्पांजलि से कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ । मुख्य अतिथि संत निवृत्तिनाथ महाराज का क्षेत्रीय विधायक अभिनेश महर्षि ने शॉल व माल्यार्पण से स्वागत किया।
सोसायटी सचिव विष्णुदत्त धर्ड, दौलतराम पोद्दार, जसकरण गौड़, कन्हैयालाल चौमाल, नरोत्तमलाल सोनी, सांवरमल सोनी, राकेशकुमार, किशनलाल प्रजापति व सादुराम सैन ने मुख्य अतिथि संत निवृत्तिनाथ महाराज व विधायक अभिनेश महर्षि का स्वागत किया। संस्थापक निदेशक रघुनंदन धरेंद्र ने शाब्दिक स्वागत व चंदप्रकाश कोका ने आभार व्यक्त किया ।
कार्यक्रम में श्री तालवाले बालाजी अन्नक्षेत्र, लायंस क्लब रतनगढ़ वेस्ट, शिवाजी सेवा संस्थान, लायंस क्लब रतनगढ़ प्रेरणा, महात्मा ज्योतिबा फूले सेवा संस्थान, देवकिशन स्मृति सेवा समिति, डॉ आर. एल. चौधरी स्मृति सेवा समिति व थोक व्यापार संघ रतनगढ़ का माल्यार्पण, शॉल व अभिनंदन पत्र भेंटकर सम्मान किया गया ।
समारोह अंतर्गत स्टेशन रोड स्थित रैनबसेरा भवन में शांतिदेवी सोहनलाल भरतिया परिवार रतनगढ़ द्वारा आश्रितों के लिए प्रदत्त 10 बैडों का भी संत निवृत्तिनाथ महाराज व अधिशाषी अधिकारी द्वारकाप्रसाद के आतिथ्य में लोकार्पण किया गया ।
इस अवसर पर विश्वनाथ सोनी, किशोरीलाल बील, जयकुमार शर्मा, पूर्णिमा यादव, लालचंद गुर्जरगौड़, संदीप कंदोई, प्रो. कल्याणसिंह चारण, मनोजकुमार सैनी, घनश्याम बालाण, बालकिशन टाक, संजय कटारिया, ओमप्रकाश चौहान, कैलाश शर्मा, अंजनीकुमार चोटिया, श्रवण सैनी भी उपस्थित थे । संचालन राकेश गहलोत ने किया ।